DRDO द्वारा विकशित Tapas Drone बना खतरनाक ड्रोन, जानिए कैसे?
ये Tapas Drone सर्वप्रथम सर्विलांस ड्रोन के नाम से जाना जाता था। लेकिन अब इसे हमला करने के लिए तेयार किया गया है, इस Tapas Drone का पूरा नाम(Tactical Airborne Platform For Aerial-Survillance Bedyond Horizon-201)रखा गया है। Tactical का अर्थ-इस ड्रोन को बहुत बड़े एरिया के लिए नही बल्कि छोटे हमले के लिए इसे बनाया गया है। ये रुस्तम टू का एडवांस वर्जन है जो अब हमला करने के लिए भी तेयार रहेगा,इसे DRDO ने विकशित किया और बनाने कि जिमेदारी HAL Hindustan Aeronautics Limited को सोंप दी।
(HAL Hindustan Aeronautics Limited) कंपनी द्वारा इसे बनाये जाने के बाद इसका शुरुआत में परीक्ष्ण कर्नाटक के कोलार में हुआ और दूसरा परीक्ष्ण चित्रदुर्ग में जंहा बहुत बढ़िया सफलता प्राप्त हुई।
Tapas Drone के बारे में-
- कंपनी ने इस Tapas Drone कि लम्बाई को 31 फिट रखा गया और इसके डायनो कि चोड़ाई को 67 फिट रखी गई, क्योंकि जितना ज्यादा विंग स्पेन रहेगा उतना इह ज्यादा ये हवा में स्टेबल बना रहेगा।
- इसमे टर्बो प्रोप टाइप इंजन जिसके फेन बहार कि तरफ रहते है। इसमे तीन ब्लेड जो इसको घुमाने में सहायक होते है जबकि तुर्की के टीवी टू ड्रोन में दो ही विंग्स लगे थे।
- इसकी (Endurance) क्षमता 18 घंटे कि है जिससे ये 18 घंटे तक हवा में उड़ सकता है। 1000Km. कि रेंज में जाकर ये हमला कर सकता है और इसकी रफ्तार 350Km प्रति घंटा बताई गई है,आगे जाकर इसके रफ्तार इंजन को और भी मजबुत बनाया जाएगा।
- इसका वजन(weight)1800kg है जो 350kg के हथियारों को लेकर उड़ सकता है जबकि तुर्की का टीवी टू ड्रोन 150kg के हथियारों को ही ले जा सकता था।
- इसमें अलग तरह के नेविगेशन सिस्टम को जोड़ा गया है। विश्व के अधिकांश ड्रोन GPS से कनेक्टेड है लेकिन उनका कंट्रोल अमेरिका के पास है,इसलिए इसरो ने अपना गगन सेटेलाइट सिस्टम छोड़ा है जो Tapas Drone को उसके लक्ष्य तक पहुंचाता है।
इसके बारे में अधिक जानने के लिए आप इसकी ओफिसिअल वेबसाइट पर जा सकते है-