इंडिया में Hyperloop तकनिक(Technology) का विकास करेंगे इलॅान मस्क...
इलॅान मस्क तकनिक(Technology) विकास में Hyperloop India में भी विकसित करेंगे। आज के युग में ट्रांसपोर्ट के साधन नियमित रूप से चार ही है, जैसे- रोड, ट्रेन, हवाई जहाज, शिप लेकिन इलॅान मस्क द्वारा पांचवे मोड का आविष्कार किया जा रहा है जिसका नाम है Virgin Hyperloop इस Hyperloop को लुप इसलिए कहा जाता है, क्योंकि ये एक गोलाकार पाईप में गतिशील होता है जो एक लुप के अंदर चलती है।Virgin Hyperloop का परीक्ष्ण अमेरिका के लास वेगास में 500 मीटर के स्थान पर एक पॅाड के साथ किया गया था। इसकी अधिकतम गति 161किमी./घंटा रखी गई थी। इसका कांसेप्ट 200 साल पुराना ब्रिटेन में इसे पहली बार लगाया गया जो सही नहीं हुआ था, लेकिन 2013 में इलॅान मस्क ने इसे बढ़ावा दिया।
इंडिया में Hyperloop का आविष्कार।
भारत बनाने जा रहा है मेट्रो से भी तेज गति से चलने वाली Virgin Hyperloop, Hyperloop India में जल्द से जल्द चलाने का प्रयास किया जा रहा है। इलॅान मस्क टेस्ला कंपनी के मालिक इन्होने इस Hyperloop Technology का सिधांत दिया है। Hyperloop India में चलाने पर इसकी अधिकतम गति 1200किमी./घंटा के हिसाब से होगी। इंडिया में जल्द ही इसको लाया जाएगा।
Virgin Hyperloop की जानकारी(Details)-
इस Hyperloop के बारे में पुरी जानकारी को दर्शाया गया है-
- Hyperloop में पॅाड और लुप चुम्बकीय होता है, जिसके कारण यह पॅाड लुप के अंदर हवा में रहता है, जिससे इसको अत्यधिक उर्जा कि आवश्यकता नही होती है और यह बहुत ही गतिशील हो जाता है।
- इस लुप में जब ट्रेन चलती है तो इसके साइड में बड़े-बड़े वेक्यूम पाइप होते है जो लुप के अंदर से हवा को स्व क्र लेता है। जिससे एयर ड्रेग कि परेशानी नही होती है, लेकिन कैप्सूल टाइप पॅाड के अंदर हवा पर्याप्त मात्रा में होती है जिससे लोगों को ऑक्सीजन मिलती है।
- इसके अंदर एक लीनियर मोटर के फेन होता है जो फ्रिक्शन ना होने से इसको आगे कि और धकेलता है और पीछे भी फेन होता हे इसको रोकने के लिए 10% हवा लुप के अंदर रखी जाती है।इसको जंहा तक ले जाना होता है लुप के माध्यम से ही ले जा सकते है।
लॉन्च होने पर, Hyperloop से संबंधित कुछ फायदे(Benefit):-
Hyperloop लॉन्च होने से संबंधित फायदे निम्न प्रकार है-
- मोसम को लेकर कोई भी परेशानी इस Hyperloop को देखने को नही मिलेगी, क्योंकि ये एक लुप के अंदर होता है जिससे बाहर के वातावरण से इस पर कोई असर नही होगा।
- जंगलो में निवास कर रहे जिव जन्तुओ को इससे कोई हानि नही होगी और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा, इससे किसी भी प्रकार का वायु प्रदुषण नही होगा।
- गति करते समय इसमें घिसावट(Attrition) कि परेशानी बिल्कुल भी नही है। इसको लॉन्च करने के बाद इस पर बहुत ही कम खर्चा आयेगा जिससे इसका कराया बिल्कुल ही कम होगा। इसकी गति 1200किमी./घंटा कि दर्शायी गयी है जिससे आप बहुत ही कम समय में एक स्थान से दुसरे स्थान पर जा सकते है।